यूथ इण्डिया, फर्रुखाबाद।
जो होता है वह होने दो, यह पौरुष हीन कथन है।
जो हम चाहेगें वह होगा, इन शब्दों मे ही जीवन है।।
करोना जैसा भीषण संक्रमण आज मानवता के सामने विकराल रुप मे खड़ा है। इस चुनौति का मुकावला करना हमारी प्राथमिक आवश्यकता है। इस गम्भीर परिस्थिति को समय पर भांप कर भविष्य की संकटापन्न स्थिति से निपटने के लिये देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जिस सूझ-बूझ का परिचय दिया, उसका पूरी दुनिया लोहा मान रही है। यही कारण है कि आज उनके निन्दक भी उनके अनुगामी बन रहे है। इसका श्रेय देश के उन नागरिकों को जाता है जिनकी रग-रग मे विश्व वन्धुत्व और विश्व कल्याण की भावना भरी है।
यह देश सदैव से कठिन से भी कठिन परिस्थितियों मे अपना धैर्य बनाये रखकर जन कल्याण के लिये अग्रसर रहता है । इस कठिन समय मे जो समयानुकूल नही चलना चाहते है उनके उपर बस एक ही सिध्दांत कारगर होगा--
कुछ गंगा, कुछ गोदावरी।
कुछ श्र(ा, कुछ जोरावरी।।
अर्थ स्पष्ट है जो सरकार व स्वास्थय विभाग और पुलिस-प्रशासन द्वारा उपचार हेतु बनाय गये सि(ांतों को नही मानते और मनमानी करने पर उतारू है, उनका उपचार रामचरितमानस की इस चैपाई के साथ करे,
कुपथ माँग वस व्याकुल रोगी।
वैध न देय सुनहु मुनि जोगी।।
तभी हम भविष्य के लिये भव्य भारत की कल्पना कर सकेगें। जय हिन्द
- ब्रज किशोर मिश्र ;ऐडवोकेटद्ध
प्रदेश अध्यक्ष
लोकतंत्र सेनानि समिति ;उ॰प्र॰द्ध
मो॰ नं॰- 9452203987
जो हम चाहेंगे वह होगा, इन शब्दों में ही जीवन है ...