अपने खिलाफ पुलिस के रवैये से नाराज सांसद मुकेश राजपूत देंगे विशेषाधिकार हनन का नोटिस

  • खुद व संसद के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने से बुरी तरफ खफा हैं सांसद

  • इण्डियन लेबर पार्टी के नेता विक्रान्त राणा ने भाजपा को बदनाम करने के लिए सांसद के निशाना बनाया, आये दिन सांसद पर करता है अभद्र टिप्पणी, खनन माफिया होने के चलते पुलिस ने नहीं की अब तक कोई कार्रवाई



यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। अपने खिलाफ आये दिन षडयंत्र के चलते भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने की साजिश के बीच अभद्र टिप्पणी और अर्मयादित आचरण को रोकने की कई बार आलाधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से आहत और नाराज भाजपा के कद्दावर नेता और सांसद मुकेश राजपूत ने विशेषाधिकार हनन  का नोटिस देने की बात कही है। कहा कि इससे ज्यादा अपमान अपनी ही पार्टी की राजसत्ता में सहना मुश्किल है। अब जिम्मेदारों को लोकसभा स्पीकर के सामने जबाव देना होगा। उन्होंने बेटे और भतीजे समेत भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए फर्जी मुकदमे की भी घोर निंदा की। कहा कि अब इस मामले में उच्च स्तर पर जबावदेही तय की जायेगी। 
यूथ इण्डिया से विशेष भेंट वार्ता में सांसद मुकेश राजपूत ने स्थानीय इण्डियन लेबर पार्टी के नेता विक्रान्त सिंह राणा द्वारा उनके लिए अभद्र व अशोभनीय टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताई। कहा कि उनकी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पार्टी को बदनाम करने की नीयत से विपक्षियों के इशारे पर विक्रान्त राणा ने फर्जी घटना दिखाकर उन्हें व पार्टी को बदनाम करने के लिए उनके बेटे व भतीजे राहुल राजपूत और उनकी पार्टी के कद्दावर कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखाया गया। उनको अपने कार्यकर्ताओं की खातिर थाने जाकर घेराव करने की जरूरत पड़ गई। उनके कार्यकर्ता रजनेश राजपूत जो कि लोधी महासभा युवा के जिला अध्यक्ष भी हैं उनके खिलाफ भी झूठे मुकदमे में कार्रवाई हुई जिससे लोधी समाज में भयंकर आक्रोश है वह अपने फर्रुखाबाद के सम्मान की खातिर अब चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व उनके भतीजे और प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज पर भी झूठा मुकदमा लगाया गया। उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन जहां कार्यकर्ता के सम्मान की बात आयेगी  वहां वह किसी भी रूप में समझौता नहीं करेंगे। विशेषाधिकार हनन का नोटिस देकर जिम्मेदारों से  जबाव तलब किया जायेगा। https://www.youthvisionnews.in/
बता दें कि जिस वक्त इण्डियन लेबर पार्टी के अध्यक्ष विक्रान्त सिंह राणा की धुनाई हो रही थी उस वक्त सांसद के पुत्र अर्पित और भतीजे राहुल राजपूत अपने आवास पर थे। राणा की पत्नी के आरोप जिसमें चाकुओं से राणा पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया गया था वह चिकित्सा रिपोर्ट में निराधार साबित हुआ। 
ज्ञातव्य हो कि सांसद मुकेश राजपूत से विपक्षी लम्बे समय से  विरोध में हैं। इससे पहले भी उन्हें बदनाम करने की कई बार साजिशें हुईं लेकिन अपनी लोकप्रियता और मिलनसार स्वभाव के कारण उन पर किसी भी प्रकार के बेबुनियादी आरोप साबित नहीं हुए। सांसद प्रकरण को लेकर जिले के भाजपा के सभी नेता भी असंतुष्ट हैं। उधर पुलिस अधीक्षक डाॅ. अनिल मिश्र ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच  के आदेश पारित किये हैं।