जन अधिकार पार्टी ने पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमत वापस लेने की उठाई मांग


यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। जन अधिकार पार्टी ने अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर देश के राष्ट्रपति व प्रदेश के राज्यपाल को मांग भेजकर विभिन्न समस्याओं के बारे में गंभीरता से विचार करने और यथासंभव समस्याओं का समाधान कराये जाने की मांग की है। 
मालूम हो कि जन अधिकारी पार्टी जून से लेकर अब तक लगातार सरकार को मांग पत्र भेजने और धरना-प्रदर्शन के क्रम में लगी हुई है। जिलाध्यक्ष सुदेश शाक्य का कहना है कि इतना सब कुछ करने के बावजूद भी अभी तक कोई सार्थक परिणाम नहीं आये हैं। यदि शीघ्र ही हमारी आवाज को न सुना गया तो वृहद आन्दोलन छेड़ा जायेगा। 
सिटी मजिस्टेªट के माध्यम से महामहिम को भेजे गये मांग पत्र में सरकार की जन विरोधी नीतियों में सुधार करने, डीजल व पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने तथा सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग का आरक्षण न समाप्त किये जाने की मांग उठाई गई। भेजे गये मांग पत्र में कहा गया कि पार्टी लगातार कई सप्ताह से प्रति सोमवार को धरना-प्रदर्शन करती आ रही है और लगातार ज्ञापन के माध्यम से समस्याओं को आपके पास भेजा जा रहा है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ज्ञापन में शामिल दस सूत्रीय मांगांे में पिछड़ों-दलितों व अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न रोके जाने, संविधान से छेड़छाड़ न किये जाने, मेडिकल क्षेत्र में आरक्षण प्रदान किये जाने, बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराये जाने, खाद, बीज व कीटनाशक उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने, किसानों की उपज का समर्थन मूल्य घोषित करने, लाॅक डाउन के कारण बच्चों की फीस माफी तथा आवारा पशुओं की व्यवस्था के लिए गौशालाओं का प्रबंध किये जाने की मांग उठाई गई। मांग पत्र पर हैप्पी शाक्य, श्याम शाक्य, जितेन्द्र कश्यप, अमन शाक्य, नितिन शाक्य आदि ने हस्ताक्षर किये हैं।