सांसद के पुत्र व भतीजे पर मुकदमा दर्ज होने से गुस्याये समर्थकों ने थाने का किया घेराव, हंगामा

  • कार सवार पर चाकू से हमले को लेकर सांसद पुत्र व भतीजे पर एफआईआर का मामला

  • एक दर्जन सांसद समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, काफी देर होती रही पंचायत, मुकदमे से नाम वापस लेने पर अड़े भाजपाई, पुलिस से हुई नोकझोंक, होती रही गहमागहमी



 


यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रूखाबाद।  कार सवार पर चाकू से हमला करने पर महिला ने भाजपा सांसद के पुत्र व भतीजे सहित एक दर्जन के विरूद्व थाना जहानगंज में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की पडताल कर रही है।  जब इस मामले की जानकारी भाजपा सांसद मुकेश राजपूत के समर्थकों को हुई तो उनमें आक्रोश उभर आया। सैकड़ों की तादात में एकत्र हुए समर्थकों ने थाना जहानगंज जाकर घेराव कर लिया। थाना प्रभारी के समझाने पर भाजपाई अपनी बात पर अड़े रहे। भाजपाइयों की मांग है कि सांसद के पुत्र व भतीजे का नाम मुकदमे से वापस लिया जाये। उन पर लगाया गया मुकदमा सरासर गलत है। थाने के अन्दर थानाध्यक्ष से भाजपाइयों की तीखी झड़पें भी हुईं। 
विवरण के अनुसार शहर के पांचालघाट की रहने बाली मधुवाला पत्नी विक्रम उर्फ राना सरकार ने दर्ज कराये गये मुकदमें में बताया कि उनके पति अपनी कार से कानपुर गये थे। उनके साथ में उनका कार चालक रामजी अग्निहोत्री भी मौजूद था। आरोप है कि कानपुर से बापस आते समय रास्ते मंे गांव महरूपुर खास में उनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया गया और भाजपा सांसद के बेटे अर्पित राजपूत, भतीजा राहुल व उनके साथी रजनेश राजपूत, प्रदीप राजपूत, शिव कुमार, अंकज राजपूत अपनी कार से उतरे और हमला कर दिया। रजनेश ने विक्रम के ऊपर चाकू से हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। मामले की जानकारी विक्रम की पत्नी मधुवाला को हुई। जिस पर बीती रात ही मधुवाला ने थाना जहानगंज जाकर तहरीर पुलिस को दी। आज पुलिस ने आरोपियों के विरूद्व मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर पुलिस मामले की जांच में  जुट गई है। 
सांसद समर्थकों के खिलाफ हुई एफआईआर की सूचना जब सांसद व उनके अन्य समर्थकों को हुई तो उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया। आननफानन में सैकड़ों की तादात में समर्थक जहानगंज थाने पहुंच गये उनके साथ में सांसद राजपूत भी थाने पहुंचे और मौरम व्यापारी राना व उसके परिवारियों द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट के बारे में जानकारी की। इस दौरान सांसद ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। यदि उनके समर्थक पुत्र और भतीजे दोषी हैं तो कार्रवाई होनी चाहिए और यदि दोषी नहीं हैं तो जिन्होंने झूठी रिपोर्ट लिखाई है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। 
उधर, आक्रोशित भाजपाइयों ने एक स्वर से मांग उठाई कि सांसद पुत्र व भतीजे पर से तुरन्त मुकदमा वापस लिया जाये। इस बात को लेकर पुलिस व भाजपा नेताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई। बाद में बंद कमरे मंे काफी देर तक पंचायत होती रही लेकिन समाचार लिखे जाने तक किसी भी परिणाम पर पुलिस नहीं पहुंच सकी थी। भाजपाई थाने को घेरकर धरना दिये हुये हैं। सांसद मुकेश राजपूत ने समर्थकों को समझा-बुझा कर शांत रखा हुआ है।